जय हिंद, स्वागत है आपका हमारे इस छोटे से BLOG के नये article पर। अगर आप ON Page SEO के बारे में जानना चाहते हैं, तो आज के इस article में, मैं आपको बताउगा कि हम ON Page SEO Kya Hai तो यह article काफी ज्यादा interesting होने वाला है ।
तो यह लेख उन ब्लॉगर्स के लिए अच्छा है जिनको ON Page SEO के बारे में पता नहीं है और वह जानना चाहते हैं कि What is ON Page SEO in Hindi और ON Page SEO Kaise Kare . अगर आपको अपने ब्लॉग या वेबसाइट को गूगल में रैंक करवा कर अच्छा खासा traffic लाना चाहते हैं तो आपको ON Page SEO करना ही होगा ।
अगर आप भी अपने ब्लॉग पर रोजाना पोस्ट डालते हैं और अपने ब्लॉग पर बहुत सारे पोस्ट डाल चुके हैं फिर भी आपके ब्लॉग पर ट्रैफिक नहीं आ रहा है तो आपको आपके ब्लॉग के ON Page SEO पर ध्यान देना होगा क्योंकि अगर आप पोस्ट तो रोजाना डाल रहे हैं फिर भी ट्राफिक नहीं आ रहा है तो या तो आपके ब्लॉग की पोस्ट के ON Page SEO में प्रॉब्लम है या फिर आपके ब्लॉक की Off Page SEO में प्रॉब्लम है ।
अगर आपके ब्लॉग की पोस्ट का ON Page SEO बहुत ही अच्छा है तो आप अपने ब्लॉग की पोस्ट को बहुत ही जल्दी और आसानी से गूगल के फर्स्ट पेज पर रैंक करवा सकते हैं क्योंकि ON Page SEO ब्लॉक की रैंकिंग में बहुत ज्यादा भूमिका निभाता है इससे आपकी वेबसाइट सही तरीके से गूगल में रैंक कर जाती है ।
मुख्यतः SEO की दो केटेगरी होती है :- On-Page SEO और Off-Page SEO.
On-Page SEO :- ON Page SEO जिसे आपको आपके ब्लॉग में ही करना पड़ता है इसे अच्छा करके आप अपने ब्लॉग को गूगल सर्च इंजन में रैंक करवा सकते हैं ON Page SEO मुख्यतः आपके ब्लॉग की पोस्ट की Title, Meta Tags, Description और internal linking आदि पर निर्भर करता है।
Off-Page SEO :- Off Page SEO को आपको आपके ब्लॉग के बाहर से करना पड़ता है यानी आपको आपकी वेबसाइट की लिंक बाहर की वेबसाइट से बनानी पड़ती है और यह करने के बाद आपकी वेबसाइट गूगल सर्च इंजन में ऊपर Rank करने लग जाती है इसमें आपको किसी अन्य वेबसाइट, सोशल मीडिया वेबसाइट, आर्टिकल सबमिशन वेबसाइट, फोरम वेबसाइट और एजुकेशन वेबसाइट से लिंक लेनी पड़ती है ।
तो अब हम जान लेते हैं कि On-Page SEO क्या होता है और ON Page SEO आप किस प्रकार से कर सकते हैं तो चलिए हम हमारा लेख शुरू करते हैं-
On Page SEO kya hai (What is On Page SEO in Hindi)
On Page SEO एक ब्लॉग के रैंकिंग की ऐसी तकनीक है जिसमें आप अपने ब्लॉग की पोस्ट को गूगल के पहले पेज में रैंक करवाने के लिए आप अपने ब्लॉग की पोस्ट को ऑप्टिमाइज करते हैं जिसके कारण आपकी वेबसाइट या ब्लॉग की सभी पोस्ट गूगल के पहले पेज पर रैंक करते हैं ।
अगर मैं आपको एक सरल भाषा में बताऊं तो On Page SEO को ऑप्टिमाइज करके आप अपने ब्लॉग की सभी पोस्ट को गूगल के पहले पेज पर रैंक करवा सकते हैं ।
किसी भी पोस्ट को रैंक करवाने के लिए उस पोस्ट को लिखते समय हम जिस प्रक्रिया को फॉलो करते हैं उसे On Page SEO कहा जाता है इस प्रक्रिया में आपको सबसे पहले आपकी पोस्ट के लिए कीवर्ड रिसर्च करना जरूरी होता है उसके बाद आपको पोस्ट लिखनी होती है इसमें आपको आपकी पोस्ट के लिए अच्छा टाइटल, परमालिंक, डिस्क्रिप्शन, मेटा टैग, आपके कांटेक्ट की क्वालिटी, जिन कीवर्ड पर आप पार्टिकल लिख रहे हैं उस कीवर्ड का अच्छी तरीके से प्रयोग, इमेज ऑप्टिमाइजेशन, इंटरनललिंक और एक्सटर्नल लिंक का सही इस्तेमाल इसके साथ-साथ आपको आपकी पोस्ट में सही हेडिंग का भी उपयोग करना होगा इन सभी का यूज आप अच्छे से करते हैं तो आपकी पोस्ट का फोन पर ऐसी हो अच्छा हो जाता है यह सभी अच्छा होने के कारण आपकी पोस्ट गूगल के सर्च इंजन में फर्स्ट पेज पर आसानी से रैंक कर जाती है ।
वैसे तो सभी लोग अपने ब्लॉग के लिए सही On Page SEO करते हैं पर सभी की पोस्ट गूगल की पहले पेज पर रैंक नहीं करती है पर इनमें से जो व्यक्ति सबसे अच्छा On Page SEO करता है उनकी पोस्ट गूगल के पहले पेज में रैंक कर सकती है On Page SEO के साथ-साथ रैंकिंग में गूगल के ऐसे बहुत सारे और भी फैक्टर होते हैं जिन पर आपकी पोस्ट की रैंकिंग निर्भर करती है पर rank करवाने के लिए सबसे पहला और सबसे अच्छा तरीका On Page SEO ही है ।
On Page SEO क्यों जरुरी है?
On Page SEO करना इसलिए जरूरी है क्योंकि अगर आप अपनी पोस्ट का On Page SEO कर लेते हो तो आपकी पोस्ट गूगल के पहले पेज पर Rank कर जाते हैं यही मुख्य कारण है कि हमें अपनी पोस्ट का On Page SEO करना चाहिए ।
यह तो आप भी जानते हैं कि हम जो भी पोस्ट लिखते हैं वह पोस्ट ही रैंक करती है बल्कि हमारा ब्लॉग सीधा रैंक नहीं करता है या रैंक नहीं कर सकता है इसके लिए आपको आपकी पोस्ट का On Page SEO करना जरूरी होता है अगर आप किसी एक पोस्ट का On Page SEO करते हैं और वह पोस्ट गूगल के पहले पेज के पहले नंबर पर रैंक करती है तो इसका फायदा आपकी पूरे ब्लॉग को होता है ।
क्योंकि इसमें आपकी एक पोस्ट पर ट्राफिक बढ़ता है जिससे आपके डोमेन की अथॉरिटी और जो पोस्ट पहले पोजीशन पर रैंक करती है उसका पेज अथॉरिटी भी बढ़ता है यह आपके ब्लॉग कि अथॉरिटी को बहुत ज्यादा बढ़ाता है इससे आपके ब्लॉग की और पोस्ट भी धीरे-धीरे Rank करने लग जाती है ।
इसलिए हमें अपने ब्लॉग का On Page SEO क्यों जरुरी है।
On Page SEO Kaise Kare (On Page SEO कैसे करे)
आपको आपकी ब्लॉक की पोस्ट का फोन पर जेसीओ करने के लिए इन स्टेप को फॉलो करना होगा-
आपको आपकी ब्लॉग पोस्ट का ON Page SEo करने के लिए इन चीजों का ध्यान देना होगा-
- Keyword Research
- Post Title
- Headings
- Meta descriptions
- Post URL
- Internal and external Links
- Alt text for images
- Site speed
- Mobile Friendly (Responsive) Site
1. Keyword Research करें
जब भी आप कोई भी आर्टिकल लिख रहे हैं तो उस आर्टिकल के लिए कीवर्ड रिसर्च जरूर करें और यह पता करें कि इस कीवर्ड पर कितनी सर्च वॉल्यूम है और इस कीवर्ड पर मेरी वेबसाइट कितनी जल्दी रैंक कर सकती है क्योंकि आप जिस कीवर्ड पर आर्टिकल लिख रहे हैं उस कीवर्ड पर कोई सर्च वॉल्यूम ही नहीं होगी तो आपको ट्राफिक कहां से मिलेगा और अगर उस की वर्ड पर सर्च वॉल्यूम भी होगी पर उस कीवर्ड पर आपकी वेबसाइट रैंक नहीं करेगी तो भी आपको ट्राफिक नहीं मिलेगा ।
इसलिए आपको आर्टिकल लिखने से पहले कीवर्ड रिसर्च करना बहुत जरूरी है और यह भी जानना जरूरी है कि इस की वर्ड की KD क्या है ताकि आपको उस कीवर्ड पर रैंक करने में कोई प्रॉब्लम ना हो और आपकी वेबसाइट आसानी से उसकी वर्ड पर रैंक हो जाए ।
2. Post Title
किसी भी पोस्ट को रैंक करवाने के लिए उस पोस्ट का टाइटल बहुत ज्यादा इंपॉर्टेंट होता है और जब आप आपकी पोस्ट की कीवर्ड को आपकी पोस्ट के टाइटल में ऐड कर देते हैं तो आपकी पोस्ट सर्च इंजन के लिए बेस्ट हो जाती है और आपकी पोस्ट का ON Page SEO अच्छा हो जाता है इसलिए पोस्ट का टाइटल बहुत ज्यादा इंपोर्टेंट होता है ।
पोस्ट के टाइटल में आप पोस्ट के कीवर्ड का इस्तेमाल इस तरीके से करें ताकि आपके पोस्ट के टाइटल का SEO हो जाए इसके लिए आप जिस भी कीवर्ड का यूज आपकी पोस्ट में कर रहे हैं उस कीवर्ड को आप पोस्ट के टाइटल के शुरुआत में ही ऐड करने की कोशिश करें ।
3. Post URL/ Permalink
आपके पोस्ट के टाइटल की तरह ही आपकी पोस्ट का URL भी ON Page SEO के लिए बहुत ज्यादा जरूरी होता है, आपको आपकी पोस्ट की यूआरएल में भी आपकी पोस्ट की कीवर्ड को ऐड करना जरूरी होता है, पोस्ट के कीवर्ड के अलावा आपको आपकी पोस्ट के URL में ज्यादा अनावश्यक वर्ड नहीं डालने चाहिए क्योंकि ऐसा करने से आपकी SEO या रैंकिंग पर नेगेटिव इफेक्ट पड़ सकता है ।
Example :- https://techgesu.org/on-page-seo-kya-hai Good URL
https://techgesu.org/12345 ya https://techgesu.org/?p=101 Bad URL
4. Meta descriptions
आपको आपकी पोस्ट के लिए एक अच्छा सा मेटा डिस्क्रिप्शन भी लिखना चाहिए क्योंकि सर्च इंजन में आपकी पोस्ट के टाइटल और URL के नीचे आपकी पोस्ट का मेटा डिस्क्रिप्शन दिखाई देता है इसलिए यह आपके पोस्ट के On Page SEO और आपकी पोस्ट की रैंकिंग में बहुत ज्यादा अच्छा साबित हो सकता है ।
मेटा डिस्क्रिप्शन का उपयोग आप अच्छे से करते हैं और मेटा डिस्क्रिप्शन में आप अपनी पोस्ट का कीवर्ड भी ऐड करते हैं तो आप अपने पोस्ट को आसानी से गूगल के पहले पेज पर रैंक करवा सकते हैं इसलिए आप अपनी पोस्ट के मेटा डिस्क्रिप्शन में कीवर्ड का इस्तेमाल जरूर करें ।
कुछ समय पहले गूगल के अनुसार आपके मेटा डिस्क्रिप्शन में वर्ड की लिमिट 320 वर्ड्स थी पर अब मेटा डिस्क्रिप्शन की लेंथ 150 वर्ड से लेकर 170 वर्ड के बीच में ही होनी जरूरी है तभी आपके पोस्ट का On Page SEO अच्छा होता है ।
5. Headings And Sub-headings
आपको अपने ब्लॉग की पोस्ट को रैंक करवाने के लिए अच्छी तरह से हेडिंग और सब हेडिंग का यूज करना होगा अगर आप एक अच्छी टीम यूज कर रहे हैं तो उसमें पहले से ही आपके ब्लॉग पोस्ट का टाइटल H1 टैग मे ही होता है और इस बात का आपको भी ध्यान रखना जरूरी है कि मैं अपनी पोस्ट का जो टाइटल डाल रहा हूं वह H1 टैग में है या नहीं अगर नहीं है तो आपको से H1 Tag में डालना चाहिए ।
और कभी भी आप H1 टैग का उपयोग अपनी पोस्ट के अंदर ना करें क्योंकि इसका उपयोग केवल पोस्ट के टाइटल में ही किया जाता है ।
फिर आपको आपकी पोस्ट के अंदर जो भी सब हेडिंग्स डालनी है उनका उपयोग H2 tags में करना चाहिए और आपको h2 में भी अपने मैन की वर्ड का यूज करना चाहिए सब हेडिंग का उपयोग करते समय आप को ध्यान रखना चाहिए कि h1 के अंदर आपको H2 का उपयोग करना चाहिए और H2 के अंदर आपको H3 सब हेडिंग का उपयोग करना चाहिए इस प्रकार से आप H2 से लेकर H6 तक सब हेडिंग का उपयोग कर सकते हैं ।
6. Image Optimization
कोई भी इमेज आप अपनी वेबसाइट में डालते हैं तो जैसे ही आप की वेबसाइट पर कोई विजिटर आता है तो उसको आप की वेबसाइट की ओर अट्रैक्ट करने के लिए आपको एक अच्छी और अट्रैक्टिव इमेज का इस्तेमाल करना चाहिए क्योंकि कोई भी यूजर आपकी अट्रैक्टिव इमेज को देखकर यह समझ सकता है कि आपका कांटेक्ट अच्छा है या नहीं ।
इसके लिए आपको एक अच्छी यूजर फ्रेंडली इमेज बनाने चाहिए और उसमें आपको कम शब्दों में और अच्छी तरीके से समझा देना चाहिए कि मैं इस आर्टिकल में किस बारे में बता रहा हूं यह आपके SEO को अच्छा बनाती है
किसी भी वेबसाइट पर किसी भी इमेज को गूगल उसके नाम और ALT Text से पहचानता है और उसकी मदद से ही यह जानने की कोशिश करता है कि आप वेबसाइट के जरिए यूजर को क्या बताने की कोशिश कर रहे हैं इसलिए आपको इमेज की SEO करने के लिए दो चीजों का ध्यान देना बहुत ज्यादा जरूरी है-
आप पोस्ट के अंदर जिस भी इमेज का इस्तेमाल कर रहे हैं उस इमेज के टाइटल में आपको आपकी पोस्ट के कीवर्ड को ऐड करना जरूरी है गूगल सर्च इंजन यह जान लेता है कि इस इमेज में आप किस बारे में बता रहे हैं इससे आपकी पोस्ट को भी गूगल में ऊपर रैंक करने में मदद मिलती है
इमेज के टाइटल के साथ-साथ आपको Alt Text डालना भी बहुत ज्यादा जरूरी होता है क्योंकि यह आपकी इमेज को सर्च इंजन फ्रेंडली बनाता है इसलिए आप अपनी इमेज के लिए Alt Text में अपना कीवर्ड जरूर ऐड करें ।
आपकी इमेज का साइज भी गूगल सर्च इंजन मैं आपकी इमेज को रैंक करवाने में बहुत ज्यादा भूमिका निभाता है इसलिए आप अपने पोस्ट में जिस भी इमेज का इस्तेमाल कर रहे हैं उसकी साइज भी कम होनी चाहिए और इमेज की डायमेंशन भी अच्छी होनी चाहिए क्योंकि इससे आपकी इमेज को लोड होने में कम टाइम लगेगा।
7. Internal links
अपने ब्लॉग के किसी भी पोस्ट को SEO फ्रेंडली बनाने के लिए इंटरनल लिंक्स का इस्तेमाल करना बहुत ज्यादा जरूरी होता है अपने ही ब्लॉग के किसी भी आर्टिकल से अपने ही ब्लॉग के किसी अन्य आर्टिकल को लिंक देना इंटरनल लिंकिंग कहलाता है ।
किसी भी ब्लॉग की पोस्ट में यूजर इंगेजमेंट बढ़ाने के लिए इंटरनल लिंकिंग का उपयोग किया जाता है इंटरनल लिंकिंग का उपयोग हमें उसी आर्टिकल में करना चाहिए, जिस आर्टिकल को हम लिंक दे रहे हैं वह आर्टिकल लिंक लेने वाले आर्टिकल से रिलेवेंट हो यानी हमें उसी आर्टिकल से किसी अन्य आर्टिकल को लिंक देनी चाहिए जिनकी केटेगरी और Niche एक समान हो तभी कोई यूजर उस आर्टिकल के जरिए दूसरे आर्टिकल को रीड करेगा इससे आपकी वेबसाइट की बाउंस रेट भी कम होगी और यूज़र इंगेजमेंट भी बढ़ेगा यह आपके SEO के लिए बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण होता है ।
इंटरनल लिंकिंग का आपकी वेबसाइट पर ज्यादा प्रभाव इसलिए पड़ता है क्योंकि अगर आपके ब्लॉग की किसी एक पोस्ट में ज्यादा ट्राफिक आ रहा है तो आप उस पोस्ट के रिलेवेंट ही एक अन्य आर्टिकल लिख सकते हैं जिसका लिंक आप ज्यादा ट्राफिक आने वाले आर्टिकल में ऐड कर सकते हैं इससे अगर किसी भी व्यक्ति को उस आर्टिकल के रिलेवेंट कोई अन्य आर्टिकल पढ़ना होगा तो वह आपके ज्यादा ट्रैफिक वाली पोस्ट से किसी अन्य पोस्ट पर चला जाएगा इससे आपके ज्यादा पेज View भी हो जाएंगे लेकिन आपको इंटरनल Link करते समय यह भी ध्यान देना होता है कि आप किसी भी रिलेटेड पोस्ट से ही अन्य आर्टिकल को इंटरनल लिंक के रूप में ऐड करें ।
8. Keywords Density
सबसे पहले तो हम यह जान लेते हैं कि कीवर्ड डेंसिटी क्या होती है जब भी आप किसी भी कीवर्ड पर आर्टिकल लिखते हैं जैसे आपको On Page SEO Kya Hai पर एक आर्टिकल लिखना है तो आप अपने आर्टिकल में कितनी बार इस कीवर्ड का इस्तेमाल करते हैं जैसे आपको इस कीवर्ड पर 1000 वर्ड का आर्टिकल लिखना है उस 1000 वर्ड में आप इस कीवर्ड का कितनी बार इस्तेमाल करते हैं उनका प्रतिशत निकालकर कीवर्ड डेंसिटी को बताया जाता है और आपके किसी भी पोस्ट में कीवर्ड की डेंसिटी मैक्सिमम 2.5% तक होनी चाहिए ।
आपको अपने आर्टिकल के पहले पैराग्राफ में अपने कीवर्ड का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए क्योंकि आपके आर्टिकल के शुरुआत कि 100 वर्ड में आप कीवर्ड का होना बहुत ज्यादा जरूरी है कीवर्ड को अपने कांटेक्ट के अंदर अच्छी तरीके से लगाना और उनका इस्तेमाल करना चाहिए क्योंकि कीवर्ड गूगल सर्च इंजन को बताता है कि आपने यह आर्टिकल किस कीवर्ड पर लिखा है और आप इस आर्टिकल में क्या बताना चाहते हैं इसीलिए आपको अपने कीवर्ड का इस्तेमाल अपने आर्टिकल में अच्छी तरीके से करना चाहिए।
कीवर्ड रिसर्च हम इसलिए भी करते हैं ताकि हमें पता चल सके कि इसकी वर्ल्ड पर कितनी सर्च वॉल्यूम है और हमें इसकी वर्ड से अपने ब्लॉग पर कितना ट्रैफिक मिल सकता है इसके साथ ही कीवर्ड से यह भी पता लगाया जा सकता है कि हमें इस आर्टिकल से कितनी CPC मिलेगी ।
9. Content को Simple रखें
जहां तक संभव हो सके आपको आपके कांटेक्ट को सिंपल और सरल भाषा में ही बनानी चाहिए ताकि जो भी व्यक्ति आपके कांटेक्ट को पढ़ रहा है उसे आपके द्वारा बताई गई बात आसानी से समझ में आ जाए आप जिस भी टॉपिक पर अपना आर्टिकल लिख रहे हैं उस आर्टिकल में सीधे-सीधे बता दें कि आप इस आर्टिकल में क्या बताना चाहते हैं इसी के साथ आपको आर्टिकल में बेवजह है किसी कांटेक्ट को ऐड नहीं करना चाहिए ।
और आपको बेवजह है बार-बार अपने कीवर्ड का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे कीवर्ड स्टफिंग होती है जहां जरूरी हो वहां यह अपने कीवर्ड को ऐड करना चाहिए क्योंकि यह तो आपको भी पता है कि जब हम सरल भाषा में किसी व्यक्ति को समझाते हैं तो उसे वह ज्यादा समझ में आता है ।
10. Detailed Blog Post
अगर आप किसी भी कीवर्ड पर अपनी पोस्ट लिख रहे हैं तो आपको एक बात ध्यान में रखनी चाहिए कि हमें इस कीवर्ड से रिलेटेड जितनी भी जानकारी है या इंटरनेट पर मिल सकती है वह सारी जानकारी हमें इस आर्टिकल में देनी है क्योंकि अगर आप उस कीवर्ड से रिलेटेड सारी जानकारी एक ही आर्टिकल में दे देंगे तो जो भी यूजर इस आर्टिकल को रीड करेगा वह किसी अन्य आर्टिकल में नहीं जाएगा और उसे आपकी वेबसाइट पर धीरे धीरे विश्वास भी होने लगेगा इससे उस यूजर को जो भी जानकारी लेनी होगी वह आपकी वेबसाइट पर बार-बार आएगा ।
आजकल बहुत सारे ऐसे ब्लॉगर हैं जो कि अपनी सभी पोस्ट को 2000 वर्ड से ज्यादा की लिखते हैं तो अगर आपको भी उनके साथ कंपटीशन करना है और गूगल के पहले पेज में रैंक करना है तो आप भी अपनी पोस्ट को हो सके उतना लंबा लिखें पोस्ट को लंबा लिखने के साथ-साथ आपको पोस्ट की क्वालिटी पर भी ध्यान देना होगा क्योंकि पोस्ट को लंबा करने के चक्कर में आप अपनी पोस्ट की क्वालिटी को भी खराब नहीं कर सकते हैं इसलिए आप किसी भी पोस्ट को लिखते समय उसे डिटेल में समझाएं और उसकी कांटेक्ट क्वालिटी का भी ध्यान रखें ।
साथ ही साथ अगर आप अपने आर्टिकल को लंबा लिखेंगे तो आप उसमें अपना मेन कीवर्ड को ज्यादा बार ऐड कर सकते हैं पर आपको आपकी कीवर्ड की डेंसिटी 2.5% से कम तो रखनी ही होगी, जैसे अगर आप अपने आर्टिकल को 2000 वर्ड का लिखते हैं तो उसमें आप 1000 वर्ड वाले आर्टिकल की तुलना में अपने मैन कीवर्ड को ज्यादा बार ऐड कर सकते हैं आपकी कीवर्ड के ज्यादा बार ऐड होने के कारण गूगल सर्च इंजन में आपके आर्टिकल की Rank होने के चांस ज्यादा बढ़ जाते हैं।
अपनी आर्टिकल को लंबा इसलिए भी लिखना चाहिए क्योंकि गूगल भी यही चाहता है कि जो भी आर्टिकल पढ़ने वाला व्यक्ति किसी भी आर्टिकल पर जाए तो उसे वह संपूर्ण जानकारी मिले इसलिए आप उस कीवर्ड से रिलेटेड पूरी जानकारी इस आर्टिकल में ऐड जरूर करें ।
11. कंटेंट को update जरूर करें
इंटरनेट पर जो भी पुराने कंटेंट अपलोड किए गए हैं वह धीरे-धीरे डीरैंक करते जा रहे हैं और अगर आप भी अपने कांटेक्ट को समय-समय पर अपडेट नहीं करेंगे तो आपके कांटेक्ट के साथ भी यह हो सकता है और अगर आप अपने कांटेक्ट को अपडेट करते समय उसमें बार-बार कुछ परिवर्तन करते रहेंगे तो आपकी कांटेक्ट भी ऊपर Rank कर सकता है और अगर पहले से ऊपर Rank किया हुआ है तो वह उसी स्थान पर बना रह सकता है ।
और ज्यादातर यूजर समय के साथ-साथ नई इंफॉर्मेशन को लेना चाहते हैं या उन्हें पढ़ना पसंद करते हैं तो अगर आप भी अपने आर्टिकल में समय-समय पर चेंज करेंगे तो आपका आर्टिकल भी ऊपर रैंक करेगा इससे आपके ब्लॉक की ग्रोथ धीरे-धीरे बढ़ती जाएगी ।
12. Page Loading Speed को Improve करें
आपको आपके ब्लॉग के आर्टिकल को ऊपर Rank करवाने के लिए आपके Blog की पेज लोडिंग स्पीड भी अच्छी होनी चाहिए क्योंकि अगर आप की वेबसाइट की स्पीड ज्यादा है तो यह आपकी सभी पोस्ट के SEO ऑप्टिमाइजेशन में बहुत ज्यादा भूमिका निभाता है ।
गूगल किसी भी ब्लॉग के पोस्ट को सर्च इंजन में ऊपर Rank करवाने से पहले यह जरूर देखता है कि इस वेबसाइट के इस पेज की स्पीड कितनी है तो अगर आपके वेबसाइट के पेज की स्पीड भी अच्छी होगी तो आपके गूगल सर्च इंजन में Rank करने के चांस बढ़ जाते हैं और आपके पेज लोडिंग स्पीड अच्छी होती है तो गूगल के Bots भी आपके आर्टिकल को गूगल सर्च कंसोल में जल्दी इंडेक्स करते हैं ।
आप अपने वेबसाइट की स्पीड को अच्छा करने के लिए Plugin का भी यूज कर सकते हैं और इसी के साथ साथ आपको अपनी वेबसाइट की स्पीड बढ़ाने के लिए अच्छी होस्टिंग का उपयोग करना चाहिए हो सके तो आप cloudways Hosting का यूज भी कर सकते हैं ।
अपने ब्लॉग की लोडिंग स्पीड को बढ़ाने के लिए आपको लाइटवेट थीम का यूज करना चाहिए इसी के साथ वह थीम responsive और फास्ट लोडिंग वाली होनी चाहिए क्योंकि यह तो आपको भी पता है कि जो वेबसाइट या ब्लॉग फास्ट लोड नहीं होता है उसे कोई भी आने वाला विजिटल तुरंत बंद कर देता है और किसी दूसरी वेबसाइट पर चला जाता है।
इसी के साथ-साथ आपको आपकी वेबसाइट की लोडिंग स्पीड बढ़ाने के लिए होम पेज पर कम से कम एलिमेंट और कंटेंट का इस्तेमाल करना चाहिए आपके वेबसाइट के पेज की लोडिंग स्पीड आपके द्वारा अपलोड की गई इमेज पर भी निर्भर कर सकती है इसलिए आप अपने अपलोड करने वाले इमेज को ऑप्टिमाइज जरूर करें ।
13. Mobile Friendly (Responsive) Theme का उपयोग करें
आपकी वेबसाइट की स्पीड और रैंकिंग आपके द्वारा उपयोग में ली गई थीम पर भी निर्भर कर सकती है और यह तो आपको भी पता है कि हमारी वेबसाइट पर जितने भी नजर आते हैं उनके 70% से अधिक यूजर मोबाइल फोन से आते हैं इसलिए आपको आपके ब्लॉग के लिए मोबाइल फ्रेंडली थीम का यूज करना चाहिए इसके लिए आप जनरेट प्रेस थीम का भी यूज कर सकते हैं जो की बहुत ही लाइटवेट थीम है और मोबाइल फ्रेंडली भी है ।
14. Social Sharing Buttons का उपयोग करें
सोशल शेयरिंग आपकी वेबसाइट पर ट्राफिक लाने का एक बहुत ही अच्छा तरीका है इसलिए आपको आपकी वेबसाइट पर सोशल शेयरिंग के बटन लगाने की भूल नहीं करनी चाहिए अगर आपने नहीं लगा रखे हैं तो आप अब भी सोशल शेयरिंग के बटन लगा सकते हैं ।
सोशल शेयरिंग बटन लगाने का एक फायदा यह भी हो सकता है कि अगर आप की वेबसाइट पर कोई यूजर यूजर को आपका कांटेक्ट पसंद आता है और वह आपके कांटेक्ट को अपने दोस्तों के साथ शेयर करना चाहता है तो वह आसानी से सोशल शेयरिंग वाले बटन पर क्लिक करके सोशल मीडिया ग्रुप में आपके कांटेक्ट को शेयर कर सकता है इससे आपकी वेबसाइट का ट्राफिक बढ़ सकता है ।
On Page SEO और Off Page SEO अंतर
किसी भी पोस्ट को लिखते समय हम जिस SEO ऑप्टिमाइजेशन का उपयोग अपनी वेबसाइट के अंदर करते हैं उस टेक्निक को ऑन पेज SEO कहते हैं इससे यह भी पता चलता है कि आपकी साइट का आर्टिकल किस बारे में है।
जिस तरीके से हम अपनी वेबसाइट का SEO अपनी वेबसाइट से लेकर के बाहर की अन्य वेबसाइट से करते हैं उस टेक्निक को ऑफ पेज ऑप्टिमाइजेशन कहते हैं इससे आपकी वेबसाइट की अथॉरिटी का पता चलता है ।
On Page SEO | Off Page SEO |
इस SEO को हमें हमारी पोस्ट के अंदर से ही करना पड़ता है। | इस SEO को हम हमारी पोस्ट की अंदर से ना करके दूसरी वेबसाइटों से बैकलिंक लेकर करते हैं । |
यह पोस्ट लिखते समय किया जाता है । | यह पोस्ट लिखने के बाद याद आता है । |
पोस्ट को लिखते समय पोस्ट के टाइटल में कीवर्ड का होना बहुत ज्यादा जरूरी है । | Off-Page SEO में मुख्य रूप से आपकी वेबसाइट का प्रमोशन दूसरी वेबसाइट पर किया जाता है । |
पोस्ट की पर्मालिंक में कीवर्ड का होना बहुत ज्यादा जरूरी है । | ऐसे लिंक जो दूसरे की वेबसाइट में होते हैं और आपकी वेबसाइट को बताते हैं । |
पोस्ट के मेटा डिस्क्रिप्शन को अच्छा लिखना चाहिए ताकि पढ़ने वाला विजिटर आपके आर्टिकल की ओर अट्रैक्ट हो और आपके आर्टिकल को ओपन जरूर करें | सोशल मीडिया वेबसाइट से अपनी वेबसाइट के लिए बैकलिंक लेना या सोशल मीडिया वेबसाइट पर अपनी वेबसाइट को बुकमार्क करना । |
जिस भी कीवर्ड पर आप अपना आर्टिकल लिख रहे हैं उस कीवर्ड को आपके आर्टिकल के शुरुआत के 100 शब्दों में ऐड जरूर करें । | अपने ही Niche की Site को गेस्ट पोस्ट देखकर उन साइड से बैकलिंक लेना । |
किसी भी इमेज का यूज अगर आप अपने आर्टिकल में कर रहे हैं उसके साथ Alt Text का ऐड होना जरूरी है । | फोरम सबमिशन बैकलिंक लेना । |
पोस्ट में इंटरनल लिंक करना बहुत ज्यादा जरूरी होता है । | डायरेक्टरी सबमिशन बैटलिंग लेना । |
अपने ब्लॉग या अपने वेबसाइट की पेज स्पीड तेज होना भी जरूरी है । | अपने ही Niche से रिलेटेड किसी अन्य ब्लॉग से कमेंट बैकलिंक लेना |
कीवर्ड को सही जगह पर इस्तेमाल करना भी जरूरी होता है । | फेसबुक ग्रुप, इंस्टाग्राम, ट्विटर और Quora जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक्टिव रहना और वहां पर जो भी लोगों के द्वारा प्रश्न पूछे जाते हैं उनका उत्तर देकर अपनी साइट का लिंक वहां पर डालना । |
ऑन पेज और ऑफ पेज : कौन ज्यादा महत्वपूर्ण है?
ऑन पेज और ऑफ पेज इन दोनों में आप की वेबसाइट के लिए यह दोनों की महत्वपूर्ण है क्योंकि अगर इन दोनों में से एक नहीं होगा तो आपकी वेबसाइट की रैंकिंग नहीं होगी क्योंकि ऑन पेज SEO आपके Site के कांटेक्ट को बताता है ऑफ पेज SEO आपकी साइट की मार्केटिंग करता है इसलिए यह दोनों मिलकर ही आपकी वेबसाइट की रैंकिंग सर्च इंजन में इंप्रूव करते हैं ।
इसलिए ऑन पेज और ऑफ पेज इन दोनों को सम्मान महत्व देना बहुत ही ज्यादा आवश्यक है ।
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निष्कर्ष
उम्मीद है कि आपको हमारा यह लेख ON Page SEO Kya Hai अच्छा लगा होगा और अगर आपको हमारा यह लेख ON Page SEO Kaise Kare अच्छा लगा हो तो आप अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करना जो कि SEO के बारे में जानना चाहते हैं ।
अगर आपको इस लेख ON Page SEO Kya Hai से लेकर कोई प्रॉब्लम है या आपको इस लेख में अब भी कोई डाउट है तो आप हमारे लेख के नीचे कमेंट कर सकते हैं हम आपके कमेंट का रिप्लाई जरूर करेंगे और हमारे इस लेख को सही करने की पूरी कोशिश करेंगे ।